Saturday, September 27, 2008

वतन की तरक्की तो आवाम से होती है!!

पर आवाम तो अभी भी भूख, भ्रष्टाचार और भय से मुक्ति नही पायी है।

तो क्या चन्द लोगों की तरक्की को वतन की तरक्की समझना एक बड़ी भूल नहीं?

No comments: